sindhu ghati sabhyata

sindhu ghati sabhyata

हड़प्पा पूर्व ग्रामीण संस्कृति sindhu ghati sabhyata का पहला चरण है। भारत में नवपाषाण काल के बाद आगे ताम्रपाषाण काल की अवस्था आई। इसमें भी समय के साथ तीन चरण आए–

sindhu ghati sabhyata के तीन चरण

हड़प्पा पूर्व ग्रामीण संस्कृति

(3500 से 2600 BC)

हड़प्पा शहरी सभ्यता

(2600 से 1920BC)

ग्रामीण हड़प्पा बाद ग्रामीण संस्कृति

(2000 से 700BC)

हड़प्पा पूर्व ग्रामीण संस्कृतिः-

हड़प्पा शहरों के उदय के पूर्व उन्हीं इलाकों में सर्वप्रथम ग्रामीण संस्कृतियों का विकास हुआ था। जैसे–

  • अफगानिस्तान में मुंडीगाक और शोर्तुंघई।
  • पाकिस्तान में मेहरगढ़, किलीगुलमुहम्मद, कुल्लीनाल, अमरी कोटदिजी।
  • भारत में कालीबंगा, राखीगढ़ी, बनावली आदि।
विशेषताएंः-

हड़प्पा पूर्व ग्रामीण संस्कृति की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं थी–

  • घास-फूस की झोपड़ियां का निर्माण कहीं-कहीं कच्ची ईंटों के मकान भी बनाए गए थे।
  • तांबा पीतल आदि धातुओं की वस्तुएं बनाना, ज्यादातर औजार हथियार आदि का निर्माण, गेरुआ तथा काला, लाल रंग का मृदभाण्ड बनाना।
  • कृषि, पशुपालन, शिकार करना, वस्तुओं का आपस में खरीद–बिक्री, व्यापार आदि ।
  • अनाजों के भंडारण के लिए बड़े-बड़े अन्नागारों का निर्माण कराया गया था।
  • हड़प्पा पूर्व की ग्रामीण बस्तीयाँ अलग-थलग नहीं थी, बल्कि इसमें आपस में संपर्क था। लंबी दूरी तक व्यापार होता था। समय के साथ यहां तकनीकी विकास एवं शिल्प विशिष्टीकरण होता गया।

परिणाम स्वरुप इन्हीं ग्रामीण संस्कृतियों से आगे शहरों का उदय हुआ।

हड़प्पा शहरी सभ्यता

हडप्पा की समकालीन सभ्यताएं

हड़प्पा सभ्यता की विशेषताएं

हड़प्पा सभ्यता के स्थल

हड़प्पा सभ्यता Quiz

sindhu ghati sabhyata questions

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