भारतीय संस्कृति में कला के रूप, साहित्य एवं वास्तुकला के मुख्य पहलू।

जय हिंद दोस्तों, UPSC के Syllabus में Art and Culture विषय के संदर्भ में, पहले पेपर के पहले यूनिट में “भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य एवं वास्तुकला के मुख्य पहलू” शब्द का प्रयोग हुआ है। इस लेख में इस keyword पर आसान शब्दों में विश्लेषणात्मक चर्चा किया गया है। धन्यवाद!

सबसे पहले हम महत्वपूर्ण keywords को समझने का प्रयास करते हैं।

भारतीय संस्कृति:-

जैसे कि आप जानते हैं कि, समय के साथ विश्व में अनेक सभ्यताओं एवं संस्कृतियों का विकास हुआ। जैसे मिश्र की सभ्यता एवं संस्कृति, चीन की सभ्यता व संस्कृति, युनान की सभ्यता व संस्कृति, ईरान की सभ्यता मेसोपोटामिया की सभ्यता आदि।

परंतु ध्यान रहे कि, भारतीय संस्कृति शब्द यह इंगित करता है कि, हमें सिर्फ भारत के भौगोलिक क्षेत्र में विकसित सभ्यताओं व उनकी संस्कृतिओं का ही अध्ययन करना है। जैसा कि- हड़प्पा की सभ्यता व उसकी संस्कृति, वैदिक सभ्यता व उसकी संस्कृति, मौर्यकालीन, मुगलकालीन आदि सभ्यता एवं उनकी संस्कृतियों का अध्ययन करना है।

नोट- कभी-कभी हड़प्पा सभ्यता को उसके समकालीन सभ्यताओं के साथ तुलना करके भी प्रश्न पूछे जाते है।

कला के रूप-

समय के साथ भारत में कई कलाओं का विकास हुआ। जैसे- चित्रकला, मूर्ति कला, वास्तु कला ,साहित्य कला, संगीत, नृत्य एवं नाटक आदि। इन कला के रूपों की संख्या का कोई निश्चित उत्तर नहीं है।

भारतीय संस्कृति

अतः हमें कला के जिन रूपों का अध्ययन करना है, उन्हें नीचे संक्षिप्त रूप से वर्गीकृत किया गया है।

1. दृश्य कला-

ऐसी कलाएं जो देखने और उसके सौंदर्य के अनुभव के लिए बनाई जाती है। उन्हें दृश्य कला के अंतर्गत रखा जाता है इसके तहत मूर्तिकला, वास्तुकला/स्थापत्य कला, फोटोग्राफी, वीडियो, ग्राफिक डिजाइनिंग, कला और शिल्प आदि चीज आती हैं।

2. प्रदर्शन कला-

भावनाओं और विचारों को मंचों पर संगीत, नृत्य एवं नाटक आदि के रूप में प्रदर्शित किया जाता है। यह सभी प्रदर्शन कला के रूप हैं। जिनका अध्ययन हमें Art and Culture में करना है।

3. साहित्य कला-

कथा, कहानी, ग्रंथ, कविता आदि साहित्य कला के अंतर्गत आते है। भारतीय संस्कृति (इतिहास) से संबंधित लेखक व उनके लेखन का अध्ययन करना है।

साहित्य एवं वास्तुकला के मुख्य पहलू

साहित्य के मुख्य पहलू-

  • विषय-वस्तु
  • भाषा एवं शैली
  • तथ्य, तर्क व कल्पनाशीलता
  • लेखक, भावना एवं विचार
  • महत्व, विशेषता व प्रासंगिकता

वास्तुकला के मुख्य पहलू-

  • महत्व व विशेषता
  • डिजाइन, सिद्धांत और तत्व
  • निर्माण सामग्री और तकनीकें
  • इतिहास और शैली
  • एतिहासिक स्रोत के रुप में महत्व

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