द्वीपों का महत्व

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द्वीपों का महत्व

  1. द्वीपों का अनन्य आर्थिक क्षेत्र (EEZ)अत्यंत विशाल होता है| इसलिए सामुद्रिक संसाधनों पर नियंत्रण और ब्लू इकोनामी की संभावनाओं के दोहन के लिए द्वीपों का महत्व बढ़ रहा है।
  2. वर्तमान में अनेक महत्वपूर्ण सर्वेक्षण और वैज्ञानिक खोजों में यह पाया गया है कि प्रशांत महासागर के अनेक द्वीप प्रचुर हाइड्रोकार्बन तथा खनिज संसाधनों से संपन्न हैं। जैसे दक्षिण चीन सागर में स्पार्टले, पारर्सेल द्वीप समूह, वही पूर्वी चीन सागर में सेनकाकू द्वीप आदि। इसलिए द्वीप संसाधन युद्ध के नए केंद्र बन गए है।
  3. इस क्षेत्र से अंतर्राष्ट्रीय सामुद्रिक संचार मार्ग गुजरता है। जिस पर आधिपत्य स्थापित करने के लिए चीन दीपों पर नियंत्रण का प्रयास कर रहा है।
  4. दीपों का प्रयोग बाह्य सैन्य अड्डो के रूप में किया जा सकता है। जिससे स्थलिय सीमा की सुरक्षा और अन्य देशों पर प्रभाव निर्मित किया जा सकता है।
  5. यह क्षेत्र प्रचुर मत्सयन क्षेत्र है इसलिए भी द्वीपों की महत्वा बढ़ रही है।
द्वीपों के महत्व

वस्तुत: दीपों पर नियंत्रण वर्तमान में अमेरिका और चीन के शक्ति राजनीति का महत्वपूर्ण केन्द्र बन चुका है, जो सामुद्रिक संसाधनों और दीपों पर नियंत्रण के लिए परस्पर संघर्षरत है। इसलिए यह क्षेत्र सामुद्रिक कूटनीति का सर्वाधिक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है।

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